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आइडिया चैलेंज प्रोग्राम- 4.0

आइडिया चैलेंज प्रोग्राम- 4.0
प्रारंभ तिथि :
Sep 07, 2023
अंतिम तिथि :
Sep 25, 2023
23:45 PM IST (GMT +5.30 Hrs)
Submission Closed

ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी में एपिअरी उद्यमिता केंद्र STPI, गुरुग्राम में स्थित एक ब्लॉकचेन केंद्रित प्रौद्योगिकी और व्यापार इनक्यूबेटर (TBI) है। एपिअरी CoE को ...

ब्लॉकचेन प्रौद्योगिकी में एपिअरी उद्यमिता केंद्र STPI, गुरुग्राम में स्थित एक ब्लॉकचेन केंद्रित प्रौद्योगिकी और व्यापार इनक्यूबेटर (TBI) है। एपिअरी CoE को 5 वर्षों में 100 स्टार्ट-अप को अपने साथ जोड़ने का अधिकार है। सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (STPI) इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के तहत एक स्वायत्त निकाय है।

इस चैलेंज का उद्देश्य विशेष रूप से ब्लॉकचेन के क्षेत्र में संभावित अत्याधुनिक IT उद्यमियों की पहचान करना और उनका समर्थन करना और उत्पाद विकास, रोजगार सृजन और क्षेत्र के आर्थिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान देना है।

ICP 4.0 का थीम है- उभरती प्रौद्योगिकियों के माध्यम से व्यापार परिवर्तन

योग्यता मापदंड
टेक्नोलॉजी डोमेन:
यह चैलेंज ब्लॉकचेन डोमेन में कार्य करने वाले भारतीय स्टार्ट-अप और उद्यमियों से प्रस्ताव/आवेदन आमंत्रित करता है।

कंपनी के प्रकार:
स्टार्ट-अप को निम्न रूप में शामिल होना चाहिए
प्राइवेट लिमिटेड कंपनी (कंपनी अधिनियम, 2013 में परिभाषित) या
पंजीकृत साझेदारी फर्म (साझेदारी अधिनियम, 1932 की धारा 59 के अंतर्गत पंजीकृत) या
लिमिटेड देयता साझेदारी (देयता साझेदारी अधिनियम 2008 के तहत)।

DPIIT पंजीकरण:
स्टार्ट-अप इंडिया कार्यक्रम के तहत DPIIT के साथ पंजीकृत स्टार्ट-अप को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। आवेदन करने के लिए यह अनिवार्य आवश्यकता नहीं है। हालांकि, स्टार्ट-अप को DPIIT द्वारा निर्धारित स्टार्ट-अप की परिभाषा की पुष्टि करनी चाहिए।

कंपनी पंजीकरण:
स्टार्ट-अप को चैलेंज शुरू होने की तारीख तक पिछले 10 वर्षों के अंदर पंजीकृत / निगमित होना चाहिए। व्यक्तिगत शिक्षाविद, शोधकर्ता, शिक्षक, उद्यमी, साझेदारी फर्म, LLPs भी भाग ले सकते हैं। हालांकि अगर उनका चयन होता है तो उन्हें एक निर्धारित समय (विशेष रूप से 3 महीने के अंदर) में निजी लिमिटेड कंपनी के रूप में पंजीकरण कराना होगा।

सालाना टर्नओवर:
स्टार्ट-अप शुरू होने के बाद से किसी भी वित्तीय वर्ष में 100 करोड़ रुपये से अधिक का वार्षिक कारोबार नहीं होना चाहिए।

मूल इकाई:
पहले से मौजूद कारोबार को बंटवारे या फिर उसका पुनर्निर्माण करके इकाई का गठन नहीं होना चाहिए।

इनोवेटिव और स्केलेबल:
उत्पाद, प्रक्रियाओं या सेवाओं के इनोवेशन, विकास या सुधार की दिशा में काम करने वाली इकाई या यदि यह रोजगार सृजन या धन सृजन की उच्च क्षमता के साथ एक स्केलेबल बिज़नेस मॉडल है।

हरियाणा पंजीकृत स्टार्ट-अपः
हरियाणा राज्य के स्टार्ट-अप्स को इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया है

आवेदक सीधे इस लिंक के जरिए आवेदन कर सकते हैंः https://innovate.stpinext.in/about-us/apiary_icp_4.0

इस कार्य के अंतर्गत प्रस्तुतियाँ