खादी महोत्सव
खादी महोत्सव के बारे में
खादी स्वतंत्रता संग्राम और हमारे राष्ट्रपिता का वस्त्र है। महात्मा गांधी ने खादी की अवधारण का विकास बेरोजगार ग्रामीण जनता को रोजगार उपलब्ध कराने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के साधन के रूप में किया था।
हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी ने "खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन" का मंत्र दिया है और आज के समय में खादी एक फैशन स्टेटमेंट के रूप में देखा जाता है। अब इसका इस्तेमाल डेनिम, जैकेट, शर्ट, ड्रेस मैटेरियल, स्टोल, होम फर्निशिंग और हैंडबैग जैसे परिधान सामान में किया जाता है।
खादी महोत्सव अभियान का उद्देश्य खादी के प्रति युवाओं को वोकल फॉर लोकल के प्रति संवेदनशील बनाना है और उन्हें हमारी अर्थव्यवस्था, पारिस्थितिकी और महिलाओं के सशक्तिकरण को होने वाले फायदों के बारे में जागरूक करना और खास तौर पर जनता और युवाओं को खादी और अन्य स्थानीय उत्पाद खरीदने और स्थानीय उत्पादों के प्रति गौरव का भाव जगाने के लिए प्रोत्साहित करना है।